*अनमोल वचन *
*जीवन में नित चलते रहना,कभी ऋतु की चिंता न कर*
*घटना नित्य नवीन घटेगी,तू जय-पराजय की इच्छा न कर।*
*ईश्वर ने जो भाग्य रचा है,सब उस* *अनुरूप ही घटने वाला।*
*मेरे हर सुख-दुख की साक्षी बनेगी,ईश्वर तुम्हारी पाठशाला।*
*(((ॐ शान्ति)))*
*जीवन में नित चलते रहना,कभी ऋतु की चिंता न कर*
*घटना नित्य नवीन घटेगी,तू जय-पराजय की इच्छा न कर।*
*ईश्वर ने जो भाग्य रचा है,सब उस* *अनुरूप ही घटने वाला।*
*मेरे हर सुख-दुख की साक्षी बनेगी,ईश्वर तुम्हारी पाठशाला।*
*(((ॐ शान्ति)))*
*🌻♦️अनमोल वचन ♦️🌻*
*जीवन में नित चलते रहना,कभी ऋतु की चिंता न कर*
*घटना नित्य नवीन घटेगी,तू जय-पराजय की इच्छा न कर।*
*ईश्वर ने जो भाग्य रचा है,सब उस* *अनुरूप ही घटने वाला।*
*मेरे हर सुख-दुख की साक्षी बनेगी,ईश्वर तुम्हारी पाठशाला।*
*(((ॐ शान्ति)))*

